हमें अपनों का साथ देना आता ही नहीं। जाने कही ये गलती आप भी तो नही कर रहे।

ये बात सही है कि हमें हर किसी के काम से कुछ लेना नहीं होता शायद वो पसंद भी न हो या हमें उससे कुछ खास रुचि भी न रखते हो लेकिन जब कोई आपका अपना किसी प्रकार का काम करता है तो वह पूरी मेहनत के साथ करता है लेकिन उसके अपने ही उसका साथ नही देते। जिससे उसे लगता है शायद वो सही नहीं कर रहा है लेकिन वो सही होता है। क्योंकि उसका तरीका अलग हो सकता है जिस प्रकार हर मोबाइल में अलग खूबी होती है उसी प्रकार हर इंसान में अपनी अलग खूबी होती है। 



एक दिन में दृष्टि हरियाणा कोचिंग के ऑनर सुक्रमपाल पिलानियां के पास बैठा था जो कि गणित और इंग्लिश विषय के एक अच्छे शिक्षक है पिछले सात साल से पढ़ा रहे है और उनके स्टूडेंट्स भी काफी उत्साहित थे लेकिन अब यूट्यूब पर ऑनलाइन शुरू किया है। उनसे सेंटर में मिला तो मुझे लगा की इस विषय पर मुझे बात करनी चाहिए जो कि बहुत जरूरी है। ताकि लोग इस बात को समझें। जरूरी नहीं कि सिर्फ पैसों से ही किसी का साथ दिया जा सकता है बहुत से तरीके हो सकते है किसी का साथ देने के। लेकिन हम उनको लेकर कभी सोचते नहीं।




अगर आप किसी आपके परिवार का, रिश्तेदार या दोस्त का साथ देते है तो उसका मनोबल बढ़ता हैं और उसके लिए आगे बढ़ना आसान हो जाता हैं। क्योंकि एक दिन में कोई सफल नहीं हो जाता उनके लिए समय देना पड़ता है। इसलिए कोई भी आपके परिवार में अच्छा काम करे तो उसका सहयोग करें क्योंकि वो आपके लिए भी गर्व की बात होती हैं।




प्रकृति का ये नियम है जब भी आप किसी को कुछ देते है तो वो वापसी मुड़कर जरूर आता है- आर. एस. भाम्भू

मैं लेखक आर. एस. भाम्भू अपने लेखन कार्य के बल पर समाज में एक अच्छा बदलाव लाने का प्रयत्न कर रहा हूँ जिससे हर व्यक्ति के पास पैसा, शोहरत और खुशी हो इसके लिए लगातार कार्य जारी है।
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R S Bhambhu

I'm auhtor R.S Bhambhu. I have written two books till now and I am continuously trying to bring changes in the lifestyle of people so that they can live a good life.

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