हमारी टीम द्ववारा एक सर्वे किया गया कि अक्सर लोगों के साथ बुरा क्यों होता है।
we are incomplete people |
इसमें अलग अलग तरह का काम करने वाले या सोच रखने वाले लोगों पर किया गया। इससे प्रतीत यह होता है कि हम लोग बहुत अधूरे हैं जिसकी वजह से ये सब हो रहा है। एक स्टूडेंट जो पढ़ाई में बहुत होशियार लेकिन इसके वाबजूद भी सफल नहीं हो पाया। क्योंकि उसको लगा कि वह बहुत होशियार हैं लेकिन हर बार हिंदी की वजह से मार खा जाता क्योंकि उसको लगता कि ये तो आसान है इसे तो कर ही लेगा। एक गायकार जो कभी अपनी पहचान नहीं बना पाया उसे लगा कि उससे अच्छा कोई कर नहीं सकता। एक शायर जो एक बार लोगों के बीच बहुत महशूर हुई फिर उनको लगा कि अब उसे किसी की जरूरत नहीं लेकिन आज डाउनफॉल आ गया। अब कोई नहीं पूछ रहा। एक व्यक्ति को लगा कि अब मेरी पत्नी मुझे छोड़कर कहा जायेगी और उसे छोड़कर चली गई। क्योंकि किसी भी इंसान का ईगो उसके लिए है दूसरे को एक समय के बाद फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि हम किसी भी बात को कभी ध्यान से नहीं सुनते या तो हम कहेगें की ये अपने फायदे के लिए ऐसा कह रहा है या फिर कहेगें की हमें सब आता है और हम यही पर मात खा जाते है। हम किसी चीज़ को जानने की कोशिश नहीं करते और पूछेगें की ये क्या है जो एकदम बेफकूफ़ाना लगता है। इन सबके पीछे 'मैं' बड़ा कारण है जिनके कारण व्यक्ति अधूरा रह जाता है। लेकिन ये बात कोई बड़ा प्रोफेसर भी नहीं कहता कि मुझे सब आता है या पता है क्योंकि पूरी जिंदगी इंसान सिखता ही रहता है।
ये बात हमेशा याद रखना की अगर कोई व्यक्ति किसी काम से प्यार करता है उससे कुछ फायदा लेता है तो वही आपको कुछ दे सकता है। क्योंकि उसको भी पता है कि में किसी को फायदा दिला नहीं सकता तो कैसे आगे बढ़ सकता हूँ और ये हर फील्ड में लागू होता है। इसलिए हर बात को ध्यान से सुनो फिर जो सवाल लगे वो पूछो उसके बाद जो अच्छा लगे वैसा करो। क्योंकि किसी के बारे में जानने से ज्ञान बढ़ता है। जो कभी न कभी हमारे काम आता है। इसलिए अधूरे मत बनों आपने अक्सर देखा होगा जो मकान अधूरे रह जाते हैं वो कभी पूरे नहीं बन पाते और लोग उनमें अपना इंटेरेस्ट भी नहीं दिखाते।
इंसान जितना कम जानता है, उतना अधिक विश्वास करता है यही घातक साबित होता है।