शाहरुख खान- क्या हैं साबित करो।

कोई भी ऐसा व्यक्ति जो कि अपनी मेहनत और स्ट्रगलर से नाम कमा लेता है तो बहुत से लोग रोटियां सेंकने लग जाते है क्योंकि वो लोग अपने आप को हाईलाइट करना चाहते है और मूर्ख लोग उनका पीछा करते है और अपना समय बर्बाद करने लग जाते है क्योंकि उनके पास अपने लिए कुछ होता नहीं है। मुझे शाहरुख खान से कोई हमदर्दी नहीं है और ना ही शाहरुख खान को मेरे से सहानुभूति की जरूरत है।



लेकिन जब हमारा पड़ोस का कोई व्यक्ति काम शुरू करता है तो कितने लोग है जो उनसे सामान खरीदते है शायद 2% लोग बाकी सभी किसी तीसरे से सामान लेकर आयेंगे। चाये वही सामान दो रुपये महँगा क्यों न हो। जो हम लोगों के खून में सुमार हैं। जब हम अपने आप में नज़र मारते हैं तो पता चल जाता है कि हम कितने सही है और हमने क्या किया है। वो लोग बात करेंगे कि शाहरुख खान ने पाकिस्तान की मदद की। कोई भी देश या संस्था गलत नहीं होते उनमें रहने वाले लोग गलत होते हैं। देश के कई हिस्सों में बहुत परिवार ऐसे हैं जिनके रिश्तेदार पाकिस्तान में अब भी रह रहे है। क्या उनके परिवार उनको मारना चायेगें। नहीं ना। हमारी सरकार ने भी कई बार पाकिस्तान की मदद की है और करती भी रहती हैं।


अपने आप से जंग

शाहरुख खान ने अभी कुछ दिन पहले रोकैटेरी- द निम्बी इफ़ेक्ट में कॉमियो रॉल अदा किया था। मैंने कई बार ऐसे देखा है कि उनके अंदर हमेशा एक जंग छिड़ी रहती हैं जो हमेशा ये साबित करने में लगे हैं कि वो एक अच्छे हिंदुस्तानी हैं और लाइफ में कभी मौका मिला तो जरूर एक मुलाकात करना चाहूंगा।



फिल्मों के जरिए प्रतिनिधित्व

आप उनकी कई फ़िल्म देख सकते है जैसे कि स्वदेश, कल हो न हो, चैक दे इंडिया!, न्यू ईयर और भी बहुत जो भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं। मुझे भी कई फ़िल्म पसंद नहीं है इसका मतलब ये तो नहीं कि वो अच्छे भारतीय नहीं। शाहरुख खान ने अपनी शुरुआत भी फ़ौजी नाटक से की थी।


शाहरुख खान प्यार की परिभाषा

मैं मानता हूं कि किसी भी लड़की को किसी ऐसे व्यक्ति से के प्यार में नहीं पड़ना चाहिए जिससे अच्छे से वाकिफ न हो चाये वो मुस्लिम हो या फिर अपने स्वंय के ही धर्म का क्यों ना हो किसी की मनसा का हमे पता नहीं होता कि वो क्या चाहता हैं। लेकिन शाहरुख खान ने अपने प्यार को साबित किया जो कि आज तक बने हुए हैं लेकिन वही पर दूसरे लोग बार-बार तलाक ले रहे है। लेकिन इनके बारे में किसी ने कभी ऐसा नहीं सुना।

गलत राय
एक समय शाहरुख खान ने एक स्टेटमेंट दी थी जिससे कि लोगों को गलत लगा उसके बाद उन्होंने गलती भी मानी और उसके बाद अपनी राय देना बंद कर दिया था जिस पर वो आज भी कायम है। 

इस देश में बहुत से कलाकार है जो कि कामयाबी के बाद यहां से पलायन करके विदेश चले जाते है और उनका पैसा वो देश इस्तेमाल करता है लेकिन शाहरुख खान एक बड़े टैक्सपेयर भी है।

आज तक शाहरुख खान एक अच्छे हिंदुस्तानी हैं और आशा करता हूं कि आगे भी बने रहेंगे।

लाइमलाइट
कुछ लोग जिनको इस देश से कोई मतलब नहीं होता सिर्फ अपने आप को लाइमलाइट में रखना चाहते है वो नेता, अपने आप को धर्म के रखवाले बताने वाले लोग या फिर कोई और। उनको पता है कि हमारा फायदा किसमें हैं "हमें अपने आप को हाईलाइट रखना है ताकि लोगों को अपनी तरफ आकर्षित रखें" क्योंकि उनको पता है कि शाहरुख खान के बारे में बात करेंगे तो अच्छा लाइमलाइट मिलेगा। लेकिन आम आदमी को क्या मिला इन सब बातों से कभी आपने सोचा- आपसी दुश्मनी, जेल, बेचैनी। हम सब उस सोच के लोग हैं जिसको ये बता दिया जाए कि इस स्थान पर जाते ही सारे पाप धुल जाते हैं तो वहाँ लाइन लगा देते है चाए वो किसी भी धर्म का क्यों न हो। इसका मतलब हम सब पापी हैं।

शाहरुख खान ऐसा काम क्यों करता है
ये बात सब जानते है कि जो लोग देखना चाहते है उसके सामने वही प्रस्तुत किया जाता है। क्योंकि मैन मीडिया के कई चैनल 80% झूठी और बेतुकी खबरें दिखाते है। वो इसलिए नहीं दिखते की वो सच्चाई को दिखा नहीं सकती वो इसलिए कि हम देखना ही वहीं चाहते है। 

हमारा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है बल्कि सच्चाई से रूबरू करना है ताकि गलतफहमियों के शिकार न बनें।

शाहरुख खान छोटे कलाकारों के बारे में
फ़िल्म फ़ेयर अवार्ड के दौरान शाहरुख खान ने सुशांत सिंह राजपूत व इरफान खान को कुछ-कुछ कहा ऐसी बातें लोग करते हैं लेकिन ये सब पहले से ही स्क्रिप्ट में लिखा होता है जो वहाँ बोला जाता है वर्ना वही कलाकार ऑब्जेक्शन उठा देते क्योंकि अगर वो बात किसी बड़े कलाकार को बोलेगें तो बनावटी लगेगी इसलिए उभरते हुए कलाकारों को बोली जाती है जिससे कि वो शो हिट हो सकें लेकिन लोग समझते है कि ये इसको कैसे बोल रहा है इसलिए हमें उन बातें को पूरा समझने के लिए उसका डिसक्लेमर पढ़ना चाहिए। वो शाहरुख खान नहीं बोल रहे होते वो स्क्रिप्ट बोल रही है।

अगर कोई किसी को बदनाम करने पर तुला हैं तो उसके पीछे मत पड़ो जिसके पीछे कोई पड़ा है उसके पीछे पड़ो जो उनके पीछे पड़ा है सब समझ आ जाएगा कि कौन क्या चाहता है - आर. एस. भाम्भू




मैं लेखक आर. एस. भाम्भू अपने लेखन कार्य के बल पर समाज में एक अच्छा बदलाव लाने का प्रयत्न कर रहा हूँ जिससे हर व्यक्ति के पास पैसा, शोहरत और खुशी हो इसके लिए लगातार कार्य जारी है। 

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R S Bhambhu

I'm auhtor R.S Bhambhu. I have written two books till now and I am continuously trying to bring changes in the lifestyle of people so that they can live a good life.

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