के० डी० भाई ने गानों की शुरुआत 2009 में की उनके जीवन में कई उतार चढ़ाव भी आये। 2012 मैं 'पाईया पीतल' सांग से उनको पहचान मिली।
KD in Paiya Pittal |
उससे पहले सुरेन्द्र रोमियो के गाने में रैप किया जो सब ने सुना लेकिन उस समय तक एक गुमनाम सा ही था इतनी पहचान नहीं थी। फिर एक से एक अच्छे सांग जो देखा जाए तो तर्क के साथ गाये इसमें कोई शक नहीं जो भारत के किसी दूसरे रैपरों से बेहतर है। अब तक के० डी० भाई का अच्छा चल रहा था इस बीच उनके साथी सिंगर किसी के बहकावे में आ गए की सिंगर आप है लेकिन सभी सॉन्ग का क्रेडिट के० डी० भाई को जाता हैं तो फिर वो उनसे अलग हो गए। लेकिन उसके बाद उनके साथी फिर से एक गुमनाम सी ज़िंदगी काट रहे है। लेकिन के० डी० भाई ने फिर 'उम्मीद' सांग किया और बता दिया कि वो उस क्रेडिट के लायक हैं।
कहते है ना कि जो होता हैं अच्छे के लिए होता है। के० डी० भाई बहुत से रैपरों को अपने साथ लेकर आये और उनको पहचान दिलाई वहीं पर कुछ सिंगर गुमनामी की ज़िंदगी जी रहे हैं क्योंकि उनको एक हिट गाने के साथ ही ईगो आ जाती है जिससे कि वो दूसरें नए लोगों के साथ काम नहीं करना चाहते जिससे उनको भी इग्नोर कर दिया जाता है। पहले 4 साल सँघर्ष समय को छोड़ दिया जाए तो 10 साल से अपने वर्चस्व को कायम रखे हुए है और उसका कारण ये था कि उन्होंने नए सिंगर का साथ दिया जो समय के साथ एक नए नए बोल लेकर आते रहे।
KD in Badmass |
एक बार फिर से 'बदमाश बोलूं सूं व प्लाजो' सॉन्ग ने दिल जीत लिया।
KD in Plazzo |
के० डी० भाई हर गाने में अलग अलग थीम देकर लोगों को चौकाते रहते हैं। के० डी० भाई का 2012 से ही फैन रहा हूँ और देश के हर कोने के लोगों के कानों तक पहुँचाया। इसलिए नहीं कि सिर्फ पसंद थे क्योंकि वो मास्टर पीस थे। के० डी० भाई यूँ ही बने रहे। शुरू में कुछ गाने डबल मीनिंग भी थे लेकिन उसके बाद बहुत सुधार किया और अच्छे गाने दिये जो आज हर किसी पर राज करते हैं। के० डी० भाई आगे भी अच्छे सोशल और नए सिंगर को साथ देते रहेगें।
दूसरों में बांटकर खाने वाला कभी छोटा नहीं हो सकता वो और बड़ा बन जाता है-आर. एस. भाम्भू