Social Problem- हर किसी को लगता है कि मैं सही हूँ लेकिन

जब भी हम कुछ करते है तो ये लगता है कि मैं सही हूँ फिर मेरे साथ गलत क्यों होता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि आप सही हैं कई बार हम गलत होते है हमें उस बात का अहसास नहीं होता इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं या तो हम समझ नहीं पा रहे या फिर हमारा ईगो।

Social Problem
Right?

इसलिए जब भी हम कुछ कहते या करते है तो ये जरूर सोचना चाहिए कि हमें जो किया वो सामने वाले को हर्ट् तो नहीं कर रहा। क्योंकि हम आगे बढ़ जाते है ये बिना सोचे कि उसका प्रभाव क्या पड़ा। फिर कहते हैं कि हम सही है। इसलिए जो भी हो हमें जरूर सोचना चाहिए।

जैसे कोई व्यक्ति काम करता है तो बहुत से लोग ये कहते हैं कि ये सही नहीं है लेकिन जब कुछ साल के बाद पता चलता है कि मैंने इससे जानना चाहा ही नहीं कि ये क्या चाह रहा था और हम गलत हो जाते हैं।

फिर हम कहते है कि मैं गलत नहीं लेकिन मेरे साथ गलत हो रहा है। लेकिन हमें महसूस नहीं होता लेकिन हम वास्तव में गलत होते हैं।

अधूरी समझ इंसान को गलतफहमियों में डाल देती है- आर. एस. भाम्भू 


मैं लेखक आर. एस. भाम्भू अपने लेखन कार्य के बल पर समाज में एक अच्छा बदलाव लाने का प्रयत्न कर रहा हूँ जिससे हर व्यक्ति के पास पैसा, शोहरत और खुशी हो इसके लिए लगातार कार्य जारी है। 

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R S Bhambhu

I'm auhtor R.S Bhambhu. I have written two books till now and I am continuously trying to bring changes in the lifestyle of people so that they can live a good life.

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